यूजीसी रेगुलेशन को ताक पर रख गरीब-वंचित छात्रों को उच्च शिक्षा से रोकना चाहते हैं बीएनएमयू कुलपति: छात्र राजद।
राहुल यादव/मधेपुरा

यूजीसी रेगुलेशन को ताक पर रख गरीब-वंचित छात्रों को उच्च शिक्षा से रोकना चाहते हैं बीएनएमयू कुलपति: छात्र राजद।
ज्ञात हो कि भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा द्वारा यूजीसी रेगुलेशन की अवहेलना कर पेट 2022-23 में पांच विषय हिंदी, राजनीति शास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र और इंग्लिश विभागों में सीट जीरो कर दिया गया तथा पेट के माध्यम से पीएचडी में संगीत विषय को स्थायी रूप से शामिल नहीं किया गया, उसी के खिलाफ छात्र राष्ट्रीय जनता दल मधेपुरा द्वारा विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए छात्र राजद जिला अध्यक्ष निखिल यादव ने कहा कि हमारी पार्टी गरीब, शोषित, पिछड़ा, किसान-मजदूर, बेरोजगार एवं वंचितों के उत्थान की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है। हम किसी भी सूरत में वि० वि० को छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने की खुली छूट नहीं दे सकते। हमारी मांगे नहीं मानी गई तो तेज होगा आंदोलन।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संजीव कुमार जिला प्रधान महासचिव सह प्रवक्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियम को ताक पर रख गरीब-वंचित छात्रों को उच्च शिक्षा से रोकना चाहती है बीएनएमयू के मनचले प्रशासन।
संजीव ने कहा कि विगत माह यूजीसी की बैठक में पीएचडी स्कॉलर को गाइड निर्धारण करने के नियम में सुधार कर असिस्टेंट प्रोफेसर को प्रोबेशन पीरियड में पीएचडी स्कॉलर का गाइड बनाने का आदेश दिया है. इस आदेश को बिहार के कई विश्वविद्यालय ने पीएचडी नामांकन में तत्काल प्रभाव से लागू कर सीटों का निर्धारण कर दिया, लेकिन बीएनएमयू ने इस नोटिफिकेश को लागू किये बगैर पैट-22 व पैट-23 में सीटों की निर्धारण कर दिया गया, जिस कारण 5 विषयों में सीट की संख्या जीरो हुई. जबकि वि० वि० प्रशासन द्वारा यूजीसी के संशोधित नियम को तत्काल लागू कर देने से सीटों की संख्या सुलभता पूर्वक बढ़ सकती है और इन विषय के छात्रों का भी शोध करने का सपना साकार हो सकता है।
वि.वि. में कई विषयों में नये शिक्षक हाल के एक-दो वर्षों में जॉइन किया है, जिनके विषय में पीएचडी नामांकन की रिक्तियां जीरो कर दिया गया है, जो कि आलोकतांत्रिक है. विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द यूजीसी का नोटिफिकेशन को लागू करते हुए सीटों संख्या बढ़ाये अन्यथा हमारा आंदोलन तरीके से चलेगा जिसकी जवाब देही वि.वि. प्रशासन की होगी।
रीतेश कुमार यादव प्रदेश सचिव, किशोर यादव पूर्व वि०वि० अध्यक्ष, मंजेश यादव प्रखंड अध्यक्ष, नितेश कुमार उपाध्यक्ष, चंदन कुमार जिला महासचिव, सिंटू कुमार, विकास कुमार आदि छात्र नेताओं ने कहा कि
विश्वविद्यालय की स्थापना हीं गरीब, शोषित, वंचित और पिछड़े समाज के लोगों के उत्थान हेतु की गई लेकिन कुछ ताकतें अभी भी दोहरी नीति की आर में हमारी पीढियों को उच्च शिक्षा से रोकने का दुस्साहस कर रही है, उनका यह मनसूबा हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे।
* वार्षिक बजट हेतु आहुत सिंडिकेट की बैठक में कुलपति के प्रवेश को अवरुद्ध करते हुए तकरीबन 2 घंटे तक नारेबाजी चली। कुलानुशासक एवं कुलसचिव के सतत प्रयास व कुलानुशासक के लिखित आश्वासन कि दिनांक 9.12.2024 को अपराह्न 11:00 बजे अध्यक्ष छात्र कल्याण की अध्यक्षता में उक्त मांगों के मद्देनजर संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल उपस्थित रहेंगे। निष्कर्ष के बाद 4:00 बजे अपराह्न माननीय कुलपति से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात होगी और समस्या समाधान हेतु समुचित कदम उठाए जाएंगे इसके बाद छात्र राष्ट्रीय जनता दल द्वारा मांग पत्र सौंपते हुए धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।
कार्यक्रम में छात्र नेता अमित कुमार आनंद, शिव शंकर कुमार मीडियाप्रभारी, अमलेश कुमार यादव प्रखंड अध्यक्ष, राजदीप कुमार पूर्व जिला अध्यक्ष दिव्यांग प्रकोष्ठ, उमाशंकर कुमार, अंकुश यदुवंशी जिला महासचिव, नीतीश पासवान, घनश्याम कुमार, राहुल कुमार, दीपक कुमार, आलोक सम्राट जिला महासचिव, भुषण कुमार, बलराम यादव, मो० अफरोज आलम, विक्रम कुमार, मो० सुभान, राजीव कुमार, घनश्याम, प्रियांश राज, शिवम, आदित्य, आदि गर्जना छात्र व छात्र नेता उपस्थित थे।